"जुलाई-13"देश -विदेशों में क्या -क्या हो सकता है{ज्योतिष-विशेष }?"
----"दिननाथेन्दु गुरुवःयदैकत्र समाश्रिता । उत्तरश्याम दिशि भयं प्रजाः क्रन्वन्ति नित्यशः । ।
अर्थात ----इस जुलाई माह के अग्रिम पक्ष में एक तो चार ग्रहों के योग अनिष्टकारी हैं ,साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्थिति तनावपूर्ण होगी । सीमा विवाद के कारण युद्ध के काले बादल मंडराने लगे तो आश्चर्य नहीं ।
----इन राशियों के संयोग से उत्तर दिशा में भय और आतंक का कारण भी बनेगा । देश के प्रहरियों को "कश्मीर "के मामले में सचेत रहना चाहिए । तुला --के शनि की क्रूर दृष्टि पश्चिमी देश-पाकिस्तान ,अफगानिस्तान ,ईरान ,इराक ,सऊदीअरब,तथा यूरोप के कुछ भागों पर पड़ रही है -इन तमाम जगहों पर किस समय कहाँ हालात बिगड़ जाये कुछ नहीं कहा जा सकता है --भाव -इन जगहों के स्वामियों को सतर्क और संयम से रहना उचित रहेगा । प्रभावी देश छोटे देशों पर दबाब बनाने का खूब प्रयास करेंगें ।
----------तेजी -मन्दी विचार ------इस वर्ष कर्क +मकर संक्रांतियां व्यापार के लिए अनिष्टकारी है ।
जैसे ---करक मकर दो बहिन हैं ,बैठे एकहिबार । कै परजा को पति मरे ,कै पड़ें अचिंत्योकार । ।
अर्थात -अकाल जैसी विषक परिस्थितियों में मंहगाई बहुत बढ़ेगी । साथ ही किसी देश का नायक नष्ट हो सकता है ।
------आकाश लक्षण ---गोचर ग्रहचाल के अनुसार जहां -तहां सभी जगहों पर न्यूनाधिक वर्षा का संयोग बनेगा । दो मास तक सिंह का शुक्र वर्षा में गतिरोधक करेगा ।
जैसे --सिंह शुक्र जब होय भवानी । चले पवन नहीं वर्षत पानी । दक्षिण+पूरब +पश्चिम के सभी भागों में अतिवृष्टि से क्षति भी होगी और कहीं -कहीं अल्प वृष्टि भी होगी । यातायात में बाधा पड़ेगी । गर्मी से कुछ राहत भी मिलेगी ।
-----प्रेषकः पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री {मेरठ -भारत }
जानकारी हेतु उपलब्ध सूत्र -09897701636
----"दिननाथेन्दु गुरुवःयदैकत्र समाश्रिता । उत्तरश्याम दिशि भयं प्रजाः क्रन्वन्ति नित्यशः । ।
अर्थात ----इस जुलाई माह के अग्रिम पक्ष में एक तो चार ग्रहों के योग अनिष्टकारी हैं ,साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्थिति तनावपूर्ण होगी । सीमा विवाद के कारण युद्ध के काले बादल मंडराने लगे तो आश्चर्य नहीं ।
----इन राशियों के संयोग से उत्तर दिशा में भय और आतंक का कारण भी बनेगा । देश के प्रहरियों को "कश्मीर "के मामले में सचेत रहना चाहिए । तुला --के शनि की क्रूर दृष्टि पश्चिमी देश-पाकिस्तान ,अफगानिस्तान ,ईरान ,इराक ,सऊदीअरब,तथा यूरोप के कुछ भागों पर पड़ रही है -इन तमाम जगहों पर किस समय कहाँ हालात बिगड़ जाये कुछ नहीं कहा जा सकता है --भाव -इन जगहों के स्वामियों को सतर्क और संयम से रहना उचित रहेगा । प्रभावी देश छोटे देशों पर दबाब बनाने का खूब प्रयास करेंगें ।
----------तेजी -मन्दी विचार ------इस वर्ष कर्क +मकर संक्रांतियां व्यापार के लिए अनिष्टकारी है ।
जैसे ---करक मकर दो बहिन हैं ,बैठे एकहिबार । कै परजा को पति मरे ,कै पड़ें अचिंत्योकार । ।
अर्थात -अकाल जैसी विषक परिस्थितियों में मंहगाई बहुत बढ़ेगी । साथ ही किसी देश का नायक नष्ट हो सकता है ।
------आकाश लक्षण ---गोचर ग्रहचाल के अनुसार जहां -तहां सभी जगहों पर न्यूनाधिक वर्षा का संयोग बनेगा । दो मास तक सिंह का शुक्र वर्षा में गतिरोधक करेगा ।
जैसे --सिंह शुक्र जब होय भवानी । चले पवन नहीं वर्षत पानी । दक्षिण+पूरब +पश्चिम के सभी भागों में अतिवृष्टि से क्षति भी होगी और कहीं -कहीं अल्प वृष्टि भी होगी । यातायात में बाधा पड़ेगी । गर्मी से कुछ राहत भी मिलेगी ।
-----प्रेषकः पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री {मेरठ -भारत }
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